टनकपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत जिले में बारिश और मैदानी क्षेत्रों में जलभराव से हुए नुकसान का जायजा लेने और प्रभावितों से मिलने मंगलवार को टनकपुर और बनबसा पंहुचे। उन्होंने अधिकरियों से नुकसान की जानकारी लीं।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं व अधिकारियों से आपदा के कारण हुए नुकसान की जानकारी ली। उन्होंने लोागों को आश्वस्त किया की बारिश के कारण प्रभावितों को जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार द्वारा की जायेगी। उन्होंने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत एवं जिलाधिकारी नवनीत पांडे को निर्देश दिए कि तत्काल प्रभावितों को सहायता राशि वितरित करने के साथ ही रिस्टोरेशन के कार्य तत्परता से किए जाय। साथ ही समय-समय पर कार्यों एवं प्रस्तावित कार्यों की मॉनिटरिंग करें।
अपने भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने सैलानीगोठ, शारदा घाट पहुंचकर जल भराव के साथ ही अन्य प्रकार से प्रभावित लोगों से वार्ता कर भरोसा दिलाया कि सरकार इस आपदा की घड़ी में प्रभावित लोगों की सहायता हेतु प्रतिबद्ध है। शारदा घाट में स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री को बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा किए गए कार्यों के कारण क्षेत्र में नुकसान कम हुआ है, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया तथा मांग की कि इसी प्रकार के बाढ़ सुरक्षा के कार्य अन्य स्थानों में भी कराए जाएं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने टनकपुर, बनबसा क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। तत्पश्चात अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को शीघ्र ही बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों, परिवारों को हुई क्षति व नुकसान की जानकारी लेते हुए प्रभावितों को तत्काल राहत राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बारिश के चलते जनपद में हुए सरकारी परिसम्पत्तियों का आंकलन शीघ्र तैयार कर प्रस्ताव अविलम्ब शासन को भेजें ताकि सरकारी परिसम्पत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई शीघ्र की जा सकें। उन्होंने सभी सड़क निर्माण संस्थाओं को निर्देश दिये कि जैसे ही सड़क मार्ग अवरूद्ध होने की सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल सड़क मार्ग को सुचारू करने हेतु कार्य करें, ताकि किसी भी यात्री को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने टनकपुर, बनबसा मैदानी क्षेत्रों में जहां-जहां जल भराव हुआ है वहा से पानी की निकासी की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बारिश के चलते जनपद में हुए सरकारी परिसम्पत्तियों का आंकलन शीघ्र तैयार कर प्रस्ताव अविलम्ब शासन को भेजें ताकि सरकारी परिसम्पत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई शीघ्र की जा सकें। उन्होंने सभी सड़क निर्माण संस्थाओं को निर्देश दिये कि जैसे ही सड़क मार्ग अवरूद्ध होने की सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल सड़क मार्ग को सुचारू करने हेतु कार्य करें, ताकि किसी भी यात्री को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने टनकपुर, बनबसा मैदानी क्षेत्रों में जहां-जहां जल भराव हुआ है वहा से पानी की निकासी की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री ने बताया कि टनकपुर, बनबसा क्षेंत्रों में ड्रेनेज की समस्या के स्थाई समाधान हेतु धनराशि अवमुक्त कर दी जायेगी। उन्होंने सिचाई विभाग को किरोड़ा नाला के डाईवर्जन के लिए बृहद कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये, ताकि किरोड़ा नाला का पानी आबादी क्षेत्र में ना जाये और लोगों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी नालियां चोक हुई हैं उन्हें तत्काल खोलने की कार्यवाही करें और कही भी चोक नालियों की वजह से जल भराव की स्थिति न आये। साथ ही सड़कों पर आये मलवा, बोल्डर आदि के निस्तारण की कार्यवाही तुरन्त करने के निर्देश सड़क निर्माण विभागों के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा किरोड़ा पुल से लेकर बाटनगाढ़ तक यदि मलवे आदि के कारण मार्ग अवरूद्ध हो तो उसके तत्काल खोलने की कार्यवाही करें ताकि मॉ पूर्णागिरि के दर्शन हेतु आये श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो। उन्होंने जल संस्थान एवं विघुत विभाग को निर्देश दिये कि पानी एवं विद्युत की व्यवस्था चैबिसों घण्टे सुचारू रखने हेतु कार्य कर लें। उन्होंने कहा कि विगत दिनों से हुए भारी बारिश के कारण जो भी नुकसान हुआ है उसके तत्काल आंकलन हेतु समय आ गया है कि अधिकारी शीघ्र ही मौके पर जाकर हुए नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें और लोगों की समस्याओं का समय से समाधान करें।
इस दौरान जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने बताया कि भारी बारिश के दौरान सोमवार तक जनपद में 01 जनहानि, 17 गाय तथा 43 बकरियों की हानि हुई है। 2 भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त तथा 42 भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हुए। उन्होंने बताया कि टनकपुर, बनबसा क्षेत्र में जल भराव से प्रभावित परिवारों को राहत शिविर एवं उनके रिश्तेदारों के वहा पहुंचाया गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा शारदा नहर पर बने सिल्ट इंजेक्टर क्षेत्र का भी निरीक्षण किया तथा महाप्रबंधक एनएचपीसी को आवश्यक निर्देश दिये।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल महरा, विधायक प्रतिनिधि दीपक रजवार, भाजपा प्रदेश मंत्री हेमा जोशी, आयुक्त कुमाऊँ दीपक रावत, डीआईजी योगेंद्र रावत, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, सीडीओ संजय कुमार सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि,ग्रामीण आदि मौजूद रहे।