गोपेवर। चमोली जिले के सोल घाटी में देर रात बादल फटने से थराली गांव और केरा गांव में भारी नुकसान हुआ है। दोनों गांवों में कई मकान, दुकानें और गौशालाएं मलबे में दब गए हैं। लोगों ने आधी रात को घर से भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई। पीपलकोटी, गडोरा और ढाढर बगड़ में भी कई मकान मलबे में दब गए हैं। क्षेत्र में अभी भी बारिश हो रही है, जिससे लोग दहशत में हैं।
प्राणमति नदी के उफान पर आने से रतगांव को जोड़ने वाला वैली ब्रीज और थराली गांव को कोटडीप से जोड़ने वाला आरसीसी ब्रिज भी टूट गया है। सोल घाटी मोटर मार्ग का लगभग 50 मीटर हिस्सा भी बह गया है जिससे ब्लॉक मुख्यालय थराली से सोल घाटी का संपर्क कट गया है।
पीपलकोटी में नगर पंचायत का दफ्तर और आसपास के आवासीय भवन मलबे में दब गए हैं। कई वाहन में मलबे में दबे हैं। नगर पंचायत अध्यक्ष रमेश बंडवाल ने बताया कि मकानों को खाली कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पीपलकोटी के गडोरा में बदरीनाथ हाईवे पर भी भारी मात्रा में मलबा आ गया है। मलबे में कुछ वाहन दबे हैं। चमोली तहसील के कौंज पाथनी गांव में तीन गौशालाएं मलबे में दब गई है। इन गौशालाओं में कई मवेशी थे।