उत्तराखंडदेहरादून

शानदार कार्यकाल के बाद SSP आयुष अग्रवाल की उत्तराखण्ड STF से भावभीनी विदाई

STF में रहते अग्रवाल ने 83 शातिर गैंगस्टर और ईनामी अपराधियों को भेजा सलाखों के पीछे

  • देशभर में साइबर अपराधियों की खींच कर रखी नकेल
  • 190 साइबर अपराधियों को बेनकाब कर कई बडे साइबर ठगी का किया खुलासा
  • UKSSSC भर्ती की धांधली में संलिप्त 10 अपराधियों की 19.78 करोड की सम्पत्ति कराई कुर्क

देहरादून। अपने मृदुल व्यवहार व तेज तर्रार कार्यशैली के लिये पहचाने जाने वाले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, स्पेशल टास्क फोर्स आयुष अग्रवाल का उत्तराखण्ड STF से स्थानान्तरण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जनपद टिहरी के पद हो जाने के कारण आज STF  कार्यालय देहरादून में आयुष अग्रवाल  को सभी STF  अधिकारी एव कर्मचारिंगणों द्वारा भावभीनी विदाई दी।

इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक चन्द्र मोहन सिंह, पुलिस उपाधिक्षक आर०बी० चमोला, STF की विभिन्न यूनिटों के निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक और सभी कर्मचारीगण मौजूद रहे।

उपलब्धियां
तकनीकी क्षमता के उपयोग के साथ साथ एसटीएफ की मैनुअल पुलिसिंग पर विशेष जोर रहा। इसी ठोस एवं सटीक रणनीति के चलते उत्तराखण्ड एसटीएफ ने उनके कार्यकाल में 27 लाख 83 हजार रुपए के 83 ईनामी दुर्दान्त एवं शातिर अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा। जिनमें से दो लाख और एफ लाख रुपए के आठ ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी महत्वपूर्ण उपलब्धी रही है, जिसमें कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी के खिलाफ भी ठोस कार्रवाई की गयी थी।

इसके अलावा फाईन्शियल फाड यूनिट के अन्तर्गत व्हाइट कॉलर अपराधियों के विरूद्ध भी ठोस कार्य किया गया। समाचार पत्रों में प्रकाशित होने वाले लुभावने लोन व मोबाइल टावर लगाने के विज्ञापनों की धोखाधड़ी में प्रयुक्त होने वाले 231 मोबाईल नम्बरों के साथ-साथ वित्तीय गतिविधियों में संलिप्त 259 कम्पनियों पर कार्रवाई की गयी और चारधाम हेली सेवा के नाम से 76 फर्जी बेवसाईट्स को बन्द करवाया गया। इसके अलावा कई साईबर फाड़ करने वाले कॉल सेन्टर के विरूद्ध भी कार्यवाही की गयी।

उत्तराखण्ड में भिन्न-भिन्न परीक्षाओं में धांधली करने वालों के विरूद्ध भी व्यापक स्तर पर कार्रवाई की गयी। जिसमें वन दरोगा ऑनलाईन भर्ती परीक्षा, फोरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा, वन्य जीव संस्थान देहरादून में मल्टी टास्किंग स्टाफ के पद की परीक्षा, भारतीय युवा खेलकूद परिषद में फर्जी भर्ती परीक्षा, आईलेट्स की परीक्षा में धांधली करने वाले अपराधिक गिरोह का पर्दाफाश करते हुये ठोस कार्यवाही की गयी। उनके कार्यकाल के दौरान यूएसएसएससी की भर्ती की धांधली में संलिप्त 10 अपराधियों की 19 करोड़ 78 लाख 41 हजार रूपये की सम्पत्ति कुर्क करने की कार्रवाई भी काफी चर्चा में रही।

आयुष अग्रवाल द्वारा मुख्यमन्त्री के ड्रग फ्री अभियान के तहत उत्तराखण्ड को नशा मुक्त करने में भी एसटीएफ की एएनटीएफ टीम द्वारा भी कई महत्वपूर्ण कार्य कराए गये। जिनमें 106 बड़े ड्रग्स तस्करों को गिरप्तार करते हुये करीब 28 करोड़ रुपए कीमत के ड्रग्स स्मैक, चरस, गांजा, अफीम, एमडी, नशीले इन्जेक्शन आदि बरामद किये गए।

आयुष अग्रवाल द्वारा साईबर अपराधियों पर भी शिकंजा कसे रखा। साईबर फ्राड करने वाले साईबर देशभर से 190 साइबर अपराधियों को देश के भिन्न-भिन्न राज्यों से पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया। अपने कार्यकाल के दौरान करीब 02 लाख साइबर फ्रॉड के मामलों का निस्तारण क्रिया गया।उनके द्वारा एसटीएफ में अपराधियों के विरुध कराई गई कार्यवाहियां मील का पत्थर साबित होगें इसमें अतिशयोक्ति नहीं है।

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