सीएम के पूर्व निजी सचिव ने सरकारी टेंडर और दवा सप्लाई का काम दिलाने का झांसा देकर ठगे करोड़ों रुपए
सीएम धामी के निर्देश पर पूर्व निजी सचिव समेत सात लोगों पर मुकदमा दर्ज
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंजाब के भाजपा के एक नेता की शिकायत का संज्ञान लेते हुए अपने पूर्व निजी सचिव समेत सात लोगों पर ठगी का मुकदमा दर्ज करा दिया। पूर्व निजी सचिव ने भाजपा नेता और उनके कई कारोबारी दोस्तों को सरकारी टेंडर दिलाने और दवा सप्लाई का काम दिलाने का झांसा देकर 3.42 करोड़ रुपये से ज्यादा ठग लिए।
पटियाला जिले के भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजीव कुमार पिछले साल मुख्यमंत्री कार्यालय में उनके निजी सचिव प्रकाश चंद उपाध्याय से मिले। उपाध्याय से उनकी दोस्ती हो गई। इस बीच उपाध्याय ने संजीव से कहा, वह उन्हें कई तरह के सरकारी काम दिला सकते हैं। इसके लिए अन्य साथियों की तलाश करनी होगी। संजीव ने उनकी बात पर विश्वास कर अपने कारोबारी दोस्तों से संपर्क किया। उनकी कुछ दवा सप्लाई और निर्माण संबंधी फर्म थीं।
इसके बाद उपाध्याय ने उनसे विभिन्न कामों के लिए अलग-अलग तिथियों में 3.42 करोड़ रुपये ले लिए। लेकिन, जब कुछ काम नहीं होने पर उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे तो इस साल मार्च में देने का वादा किया गया। लेकिन, मार्च में उन्होंने बात टाल दी।
उसके बाद उपाध्याय ने संजीव और उनके साथियों को घर बुलाया और उन्हें 30 लाख रुपये का चेक दिया जो उनके नौकर शाहरुख के नाम का था। चेक को उन्होंने बैंक में जमा किया लेकिन वह बाउंस हो गया।
पूर्व निजी सचिव उपाध्याय ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए जिस दिन उन्हें चेक देने के लिए घर बुलाया, उसी दिन उन पर मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज करा दिया।
इसके बाद सभी पीड़ित मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पास पहुंचे और अपनी बात उन्हें बताई। सीएम धामी ने एसएसपी को इस मामले में कार्यवाही के निर्देश दिए। जिसके बाद पूर्व निजी सचिव उपाध्याय के साथ उनके साथी सौरभ शर्मा उर्फ सौरभ वत्स निवासी पाम सिटी, उसकी पत्नी नंदिनी, महेश माहरिया, रौनक महारिया, अमित लांबा और शाहरुख खान भी थे। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।