देश की पहली हेली एंबुलेंस सेवा एम्स ऋषिकेश में शुरू
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चअल माध्यम से किया शुभारंभ, सीएम धामी भी रहे मौजूद
ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस सेवा मंगलवार से विधिवत शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से इसका उद्घाटन कर आयुर्वेद दिवस के अवसर पर देश की पहली हेली एंबुलेंस सेवा की उत्तराखंड राज्यवासियों को सौगात प्रदान की। एरो मेडिकल सर्विस के तहत हेली एंबुलेंस मेडिकल सेवा वाला एम्स,ऋषिकेश देश का सबसे पहला स्वास्थ्य संस्थान बन गया है। केंद्र व राज्य सरकार की साझेदारी से संचालित होने वाली इस योजना को संजीवनी नाम दिया गया है।
मंगलवार को एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस सेवा का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह योजना समूचे उत्तराखंड सहित देश के अन्य पहाड़ी राज्यों के लिए भी भविष्य के लिए संजीवनी साबित होगी। उन्होंने बताया कि यह योजना ऐसे समय पर समर्पित की जा रही है, जब विश्वभर के 150 से अधिक देश आयुर्वेद दिवस मना रहे हैं। कहा कि पहले धन के अभाव में उपचार नहीं मिलने से गरीब लोग गंभीर बीमारी से जूझते हुए दम तोड़ दिया करते थे, मगर अब केंद्र सरकार द्वारा संचालित आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना की वजह से आम लोगों को पांच लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज के दिन ही 70 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धजनों के लिए भी आयुष्मान भारत योजना से जोड़ दिया गया है। उन्होंने देशभर में 14 हजार से अधिक जनऔषधि केंद्रों पर उपलब्ध कराई जा रही 80 प्रतिशत से अधिक रियायती दरों पर उपलब्ध कराई जा रही सस्ती दवा की सुविधा को गरीब तबके के लिए विशेष लाभकारी बताया और प्रसन्नता जाहिर की कि ग्रामीण भारत तक के गरीब से गरीब व्यक्ति की स्वास्थ्य सविधाओं को देखते हुए देशभर में दो हजार से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित किए जा रहे हैं। पीएम ने मंगलवार को ही एम्स ऋषिकेश सहित देश के अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में ड्रोन मेडिकल स्वास्थ्य सेवा का भी वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया।
इस अवसर पर एम्स ऋषिकेश के मुख्य सभागार में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्र सरकार द्वारा राज्य को दी गई इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि आज से उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है। जहां सरकारी व्यवस्था के तहत स्वास्थ्य सुविधा के क्षेत्र में इस सेवा को शुरू किया गया है। धामी ने कहा कि हेली एंबुलेंस सेवा को राज्य के आमजन तक पहुंचाने और बेहतर बनाने के लिए इस योजना से राज्य के सभी जिला आपदा प्रबंधन कार्यालयों को जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा आज से 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों लिए शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना से राज्यभर के 6 लाख से अधिक बुजुर्गों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलेगा।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडु ने उत्तखंड की संस्कृति, आध्यात्मिकता की प्रशंसा करते हुए इसे देवभूमि के साथ साथ वीरभूमि भी बताया। उन्होंने कहा कि इस आपातकालीन हेली एंबुलेंस सेवा का प्रचार प्रसार राज्य के गांव गांव में होना चाहिए,जिससे आपातकाल में गंभीर घायलों को इसका लाभ मिल सके।
संस्थान की कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ प्रो. मीनू सिंह ने इस आपातकालीन सेवा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच का परिणाम बताया। कहा कि इस सेवा से हम अधिकाधिक लोगों को जीवनदान देने में महती भूमिका निभा सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान एम्स हेली एंबुलेंस सेवा के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने एम्स ऋषिकेश द्वारा हेली एयर एंबुलेंस सेवा की परिकल्पना और इसके साकार होने तक तमाम पहलुओं पर विस्तृत प्रकाश डाला।
समारोह में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, वित्त एवं शहरी विकास मंत्री डॉक्टर प्रेमचंद अग्रवाल, सांसद हरिद्वार त्रिवेंद्र सिंह रावत, संस्थान की डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, उपनिदेशक प्रशासन ले. कर्नल अमित पराशर, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल, हेम्स के नोडल ऑफिसर डॉ. मधुर उनियाल, पीआरओ संदीप कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।