अंतरराष्ट्रीय फलक पर अपनी छाप छोड़ चुकी मेघना बल्लभ जोशी का लक्ष्य अब वर्ल्ड मैराथन
देहरादून। दृढ़ इच्छाशक्ति और लक्ष्य निर्धारित कर आगे कदम बढ़ाने चाहिए। मंजिल जरूर मिलेगी। अंतरराष्ट्रीय फलक पर अपने जुनून और कुछ करने की चाह से छाप छोड़ चुकी मेघना बल्लभ जोशी का लक्ष्य अब वर्ल्ड मैराथन के छह चरण पूरा करना है।
रविवार को आईएसबीटी स्थित एक होटल में आयोजित एक कार्यक्रम में मेघना को सम्मानित किया गया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में मेघना ने बताया कि छोटी उम्र में शादी होने के बाद दो बच्चे भी हो गए। इनकी परवरिश पर ध्यान लगाया, लेकिन कुछ करने का जुनून उनमें रहा। 40 की उम्र पार करने के बाद उन्होंने परिवार के सहयोग से सार्थक बदलाव लाने की पहल की। बताया कि वह बियोंड क्रिएशन इंक नाम से एक एनजीओ भी चला रही हैं जो विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए काम करता है। 2016 में उन्होंने मिसेज इंडिया इंटरनेशनल का खिताब भी जीता था। फिटनेस के लिए उत्साही मेघना ने मैराथन में भाग लेने शुरू किया।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के पहाड़ों में पली-बढ़ी होने के कारण उनमें इसके लिए उत्साह है। बताया कि वी बीते वर्ष शिकागो मैराथन में भाग ले चुकी हैं। इस वर्ष अप्रैल में उन्होंने लंदन वर्ल्ड मैराथन में हिस्सा लिया। इस साल फरवरी में अफ्रीका के सबसे ऊंचे पर्वत किलिमंजारों की सफलतापूर्वक चढ़ाई की। उन्होंने बताया कि अब वह सितम्बर में बर्लिन और नवम्बर में न्यूयॉर्क वर्ल्ड मैराथन में दौड़ेंगी। अगले साल टोक्यो और बोस्टन वर्ल्ड मैराथन में भाग लेने के साथ ही वह 2024 में आयरन मैन ट्रायथलॉन में भी दमखम दिखाने की तैयारी कर रही हैं। इस दौरान गोरर्खाली सुधार सभा की ओर से मेघना को सम्मानित किया गया। इस दौरान श्री सत्य साईं मंदिर सुभाष नगर के अध्यक्ष नरेश कुमार धीर, सचिव चांद बल्लभ, उपाध्यक्ष बीना जोशी, दिनेश पाल सहित मेघना के परिजन मौजूद रहे।