
देहरादून। मसूरी देहरादून विकास प्राधिरकण के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने गुरुवार को प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत में मानचित्र शमन हेतु प्रत्येक माह में दो बार शमन कैम्प लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पहला कैम्प ऋषिकेश और दूसरा कैम्प विकास नगर में लगाया जाए। साथ ही अन्य स्थानों पर भी कैम्प लागाए जाएं।
वीसी तिवारी ने कहा कि आमजन की सुविधा के लिए कार्यालय में पृथक से एक हैल्प डैस्क स्थापित किया जायेगा, जिसमें मानचित्र स्वीकृति शमन व प्राधिकरण की आवश्यक जानकारी उपलब्ध करायीं जायेगी। उन्होंने लैण्ड पूलिंग तहत भूमि क्रय करने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए, जिससे औद्योगिक परियोजन हेतु आई0टी0 कम्पनियों को स्थापित किया जा सके।
उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने पिछले वर्ष हरेला पर्व पर लगाए गए वृक्षों के रखरखाव हेतु चयनित फर्म द्वारा कार्य सुचारू रूप न किये जाने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने फर्म द्वारा किये गये कार्यों का निरीक्षण करने के बाद ही फर्म को भुगतान करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी हरेला पर्व पर लगभग 70 हजार पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्राधिरकण की पुरानी आवासीय योजनाओं, नवनिर्मित योजनाओं आदि स्थानों पर और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं को भी पौधे वितिरित किए जाएं। उन्होंने हरेला पर्व हेतु पौधे टेन्डर के माध्यम से क्रय और टेन्डर प्रक्रिया को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।
उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने धौलास आवासीय योजना के अवशेष कार्यों को शाीघ्र पूर्ण करते हुये प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत आवास प्राप्त लाभार्थीयों को आवास देने के भी निर्देश दिए। बैठक में इंदिरा मार्केट में तृतीय पक्ष संस्था द्वारा किये जा रहे कार्य की प्रगति के सम्बन्ध में अवगत कराया गया। उन्होंने इंदिरा मार्केट के आगे की दुकानों को शिफ्ट किये जाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही सिटी फाॅरेस्ट में निर्मित दुकानों को स्थानीय महिला समूहों को देने के भी निर्देश दिए।
वीसी तिवारी ने कहा कि आढ़त बाजार शिफ्टिंग हेतु सहारनपुर चैक से किये जा रहे डिमार्केशन के कार्य को शीघ्र पूर्ण करते हुये आवंटन की कार्यवाही की जाए। साथ ही लाभार्थियों के साथ एक संयुक्त बैठक भी की जाए।
बैठक में प्राधिकरण सचिव मोहन सिंह बर्निया, संयुक्त सचिव गौरव चटवाल, मुख्य अभियन्ता एससीएस राणा, अधिशासीय अभियन्ता, लेखपाल नजीर अहमद, सहायक अभियन्ता उपस्थित रहे।