जल संस्थान के मुख्य महाप्रबंधक और कर्मचारियों के बीच वार्ता विफल

देहरादून। उत्तराखंड जल संस्थान के मुख्य महाप्रबंधक और कर्मचारियों के बीच बहुप्रतिक्षित वार्ता आज वार्ता विफल हो गई। आक्रोशित कर्मचारियों ने नेहरु काॅलोनी स्थित मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी तथा 22 एवं 23 दिसंबर 2023 को मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय में दो दिवसीय धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।
उत्तराखंड जल संस्थान के मुख्य महाप्रबंधक ने आज उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संगठन को वार्ता के लिए अपने कार्यालय बुलाया था। वार्ता के लिए गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल के बड़ी संख्या में पदाधिकारी पहुंचे हुए थे। संगठन के महामंत्री रमेश बिंजोला ने मुख्य महाप्रबंधक, सरकार और शासन को पूर्व में 21 सूत्रीय मांग पत्र दिया था, लेकिन मांगों पर मुख्य महाबंधक स्तर से कोई भी कार्रवाई नहीं होने से आज वार्ता विफल हो गई। आक्रोशित कर्मचारियों ने मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी की गई तथा निर्णय लिया कि 22 एवं 23 दिसंबर 2023 को मुख्यमहाप्रबंधक कार्यालय में दो दिवसीय धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा
संगठन के अध्यक्ष संजय जोशी कहा कि 22 और 23 दिसंबर को अधिक से अधिक संख्या में कर्मचारी धरना-प्रदर्शन में प्रतिभा करें। प्रदेश उपाध्यक्ष रामचंद्र सेमवाल ने कहा कि समस्त कर्मचारी प्रातः 10 बजे नेहरू कॉलोनी स्थित जल भवन में पहुंचे।
वार्ता में मंडलीय अध्यक्ष श्याम सिंह नेगी, मंडलीय महामंत्री शीशुपाल रावत, प्रदेश कोषाध्यक्ष लाल सिंह रौतेला, प्रदेश मीडिया प्रभारी संदीप मल्होत्रा, रमेश चंद शर्मा, वासुदेव राणा, अमित कुमार, अशोक, हरदयाल, अनिल शर्मा, रणवीर सिंह, मनीराम व्यास, राजेंद्र बिष्ट, डीपी बद्री, चतर सिंह, धन सिंह चौहान, धूम सिंह सोलंकी, प्रदीप तोमर, आशीष तिवारी, संजय कुमार, जीवानंद भट्ट, सुभाष सलहोत्रा, अनिल भट्ट, मदनलाल, शरद कुमार एवं उत्तम कुमार आदि कर्मचारी उपस्थित थे।