देहरादून। उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट), देहरादून एवं उत्तराखंड जल संस्थान, देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में जल जीवन मिशन के अंतर्गत 26 जिला एवं उपखंड प्रयोगशालाओं के कार्मिकों के लिए आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय जल गुणवत्ता प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन शनिवार को आंचलिक विज्ञान केंद्र, यूकॉस्ट में हुआ।
कार्यशाला के समापन के अवसर पर महानिदेशक यूकॉस्ट, प्रो० दुर्गेश पंत ने सभी प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए जल गुणवत्ता के महत्व पर प्रकाश डाला तथा सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की। इस मौके पर प्रो० पंत ने कहा कि जल गुणवत्ता न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, बल्कि यह हमारे पर्यावरण और विकास के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस तीन दिवसीय कार्यशाला में सभी प्रशिक्षणार्थियों को जल गुणवत्ता परीक्षण और प्रबंधन के नए तरीकों से अवगत कराना गया। कार्यशाला के दौरान व्याख्यान, प्रायोगिक प्रशिक्षण और समूह चर्चाओं का आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञों ने जल गुणवत्ता मानकों और उनके कार्यान्वयन के विषय में जानकारी साझा की। कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस कार्यशाला में 130 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।
समापन समारोह के अवसर पर संयुक्त निदेशक, यूकॉस्ट डॉ. डी.पी. उनियाल, परियोजना समन्वयक प्रो० प्रशांत सिंह, जी.एस. रौतेला, डॉ. विकास कंडारी, डॉ. आशुतोष मिश्रा, डॉ. मनमोहन सिंह रावत तथा यूकॉस्ट और उत्तराखंड जल संस्थान के कर्मचारी एवं अधिकारी उपस्थित रहे।