शिक्षा

एसआरएचयू के दीक्षांत समारोह में 644 छात्र-छात्राओं को डिग्री

14 टॉपर छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक,  1 छात्रा को स्वामी राम बेस्ट ग्रेजुएट अवॉर्ड,  6 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान 

डोईवाला। स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट के छठे (षष्टम) दीक्षांत समारोह का आयोजन बेहद भव्य रहा। समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल ले.ज.(से.नि.) गुरमीत सिंह ने विश्वविद्यालय के 21 मेधावी छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की। हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग की छात्रा हर्षिता चौहान को ‘स्वामी राम बेस्ट ग्रेजुएट अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। दीक्षांत समारोह में कुल 644 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई।

मंगलवार को एसआरएचयू के छठे (षष्टम) दीक्षांत समारोह के दौरान कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने मुख्य अतिथि राज्यपाल ले.ज.(से.नि.) गुरमीत सिंह को पुष्पगुच्छ, शॉल पहनाकर व बद्रीनाथ मंदिर का स्मृति चिह्न भेंटकर स्वागत व सम्मानित किया।

एसआरएचयू में दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ले.ज.(से.नि.) गुरमीत सिंह ने विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं से देश और समाज की सेवा के भाव से कार्य करने का आह्वान किया। राज्यपाल ने कहा कि एसआरएचयू देश व विदेश में प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में विख्यात है। उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थी भारत जैसे विविधतापूर्ण एवं गतिशील देश की विरासत को और अधिक समृद्ध बनाने में अपना योगदान देंगे।

कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। कहा कि शिक्षा केवल डिग्री ले लेना ही नहीं है, बल्कि यह आत्म ज्ञान की प्राप्ति, सशक्तिकरण एवं परिवर्तन का माध्यम भी है। कुलपति डॉ.राजेंद्र डोभाल ने छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देने के साथ विश्वविद्यालय के गौरवमयी इतिहास पर प्रकाश डाला।

इस दौरान उच्च शिक्षा सचिव शैलेश बगोली, कुलपति डॉ.राजेंद्र डोभाल, डायरेक्टर जनरल (एकेडमिक डेवलेपमेंट) डॉ.विजेंद्र चौहान, कुलसचिव डॉ.सुशीला शर्मा, डॉ.प्रकाश केशवया, डॉ.रेनू धस्माना, डॉ.सुनील सैनी, डॉ.अशोक देवराड़ी, डॉ.सीएस नौटियाल व बीओजी-बीओएम सदस्य सहित डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला व विश्वविद्यालय के समस्त कॉलेज प्रधानाचार्य मौजूद रहे। समारोह का संचालन डॉ. सीमा मधोक ने किया।

644 छात्रों को प्रदान की डिग्री
हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एचआईएमएस) : एमबीबीएस-12, एमडी/ एमएस-94, पोस्ट-डॉक्टोरल फैलोशिप-04, पैरामेडिकल- 151, कम्यूनिटी मेडिसिन- 17, एमएचए- 06 = कुल 284
हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग (एचसीएन)- 149
हिमालयन स्कूल ऑफ बायो साइंसेज (एचएसबीएस)-47
हिमालयन स्कूल ऑफ योगा साइंसेज (एचएसवाईएस)- 45
हिमालयन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एचएसएमएस)- 79
हिमालयन स्कूल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एचएसएसटी)- 34
डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी)- 06

राज्यपाल से सम्मानित होने वाले 21 मेधावी छात्र-छात्राएं
डॉ.स्वामी राम बेस्ट ग्रेजुएट अवॉर्ड- हर्षिता चौहान (बीएससी नर्सिंग-2018)
14 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया- हर्षिता चौहान (नर्सिंग), तान्या रावत (नर्सिंग), सृष्टि अग्रवाल (क्लिनिकल रिसर्च), संजोली आर्य (फिजियोथैरेपी), वर्तिका सैनी (फिजियोथैरेपी), रमशा खान (मेडिकल टेक्नोलॉजी-रेडियोथैरेपी), परमिंदर कौर (मेडिकल टेक्नोलॉजी-ऑपरेशन थियेटर), आकृष्ट भट्ट (ऑप्टोमैट्री), अक्षिता (बीएएसएलपी), युक्ता नेगी (माइक्रोबायोलॉजी), ज्योति रावत (बायोटेक्नोलॉजी), सलोनी छाबड़ा (बी.कॉम ऑनर्स), साक्षी कश्यप (बीबीए), आकृति नौटियाल (योगा साइंसेस)
छह (06) शोधार्थियों को पीएचडी उपाधि- डॉ.एस.आलिन अली (फाइनेंस मैनेजमेंट), डॉ.सुनील मदान (मार्केटिंग मैनेजमेंट), डॉ.पूजा ठाकुर (नर्सिंग साइंसेस), डॉ.सोनिया रानी (नर्सिंग साइंसेस) डॉ.लेखा बिष्ट (नर्सिंग साइंसेस), डॉ.अंशिका अरोड़ा (ऑन्कोलॉजिकल साइंसेस)

छात्र-छात्राओं में दिखा उत्साह
दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाले सभी छात्रों में उत्साह रहा। समारोह में विश्विविद्याय के विभिन्न कॉलेजों के 644 छात्र-छात्राएं शामिल रहें।

समारोह में दिखी भारतीय संस्कृति की झलक
दीक्षांत समारोह में भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिली। समारोह के आकर्षण का केंद्र छात्र-छात्राओं की वेशभूषा रही। सभी छात्र-छात्राएं भारतीय संस्कृति के पहनावे में नजर आए।

देश की बेटियां देश में आगे बढ़ रही
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा कि उन्होंने खुशी है कि देश में बेटियां आगे बढ़ रही हैं। एसआरएचयू के दीक्षांत समारोह में भी यही देखने को मिला। जिन मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल प्रदान किया। उनमें छात्राओं की संख्या अधिक है।

शौर्य दीवार पर पुष्पांजलि व दीप प्रज्जवलन के साथ शुभारंभ
इससे पहले राज्यपाल ने ले.जनरल गुरमीत सिंह विश्वविद्यालय कैंपस में शौर्य दीवार पर परमवीर चक्र से सम्मानित वीर सैनिकों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद दीक्षांत समारोह का शुभारंभ संस्थापक डॉ.स्वामी राम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया गया।

‘संस्थापक डॉ. स्वामी राम के आदर्शों को इस संस्थान के ध्येय वाक्य ”प्रेम,सेवा और स्मरण” में देखा जा सकता है। डॉ.स्वामी राम की तपोभूमि वाला यह विश्वविद्यालय उत्तराखंड में आम जनता के लिए शिक्षा के साथ ही गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रहा। दूसरे शिक्षण संस्थानों को भी स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय की सेवाभाव से प्रेरणा व सीख लेनी चाहिए।‘– लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, राज्यपाल 
‘भौतिक लक्ष्य के साथ ही वेद, वेदांत, आध्यात्म के द्वारा जीवन के सर्वोच्च लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। स्वामी राम जी ने यह संस्थान जिस विजन और मिशन के साथ शुरू किया था हम उस पर खरे उतरने का प्रयास कर रहे हैं। स्वामी राम का मिशन “पहाड़ की सेवा” था जिसे साकार करने में हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।‘ -डॉ.विजय धस्माना, कुलाधिपति, स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय, जौलीग्रांट
‘शैक्षणिक, वैज्ञानिक और अन्य क्षेत्रों में शीर्ष उपलब्धियां हासिल करने वाली कई विभूतियां एसआरएचयू परिवार का हिस्सा हैं। इसकी समृद्ध संरचना को आगे बढ़ाने में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं। -राजेंद्र डोभाल, कुलपति, स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय

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