चमोली की शिक्षिका कुसुमलता गरिया को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार
शिक्षक दिवस पर पांच सितंबर को नई दिल्ली में राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित
देहरादून। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2024 के लिए चयनित शिक्षकों की सूची जारी की। उत्तराखंड से एकमात्र शिक्षिका कुसुमलता गरिया का चयन हुआ है। कुसुमलता गरिया चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की शिक्षिका हैं। 5 सितंबर को दिल्ली के विज्ञान भवन में उन्हें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। समारोह में उन्हें प्रशस्ति पत्र, 50,000 रुपये की नकद राशि, और एक रजत पदक प्रदान किया जाएगा।इससे पहले कुसुमलता का चयन शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार 2023 के लिए हुआ है। शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी और निदेशक बंदना गर्ब्याल ने इस पुरस्कार के लिए चयन होने पर कुसुमलता शुभकामनाएं दी हैं।
इस पुरस्कार के लिए कुसुमलता का चयन उनके स्कूल में किए गए कई नवाचारी प्रोजेक्ट्स और शिक्षा में तकनीकी नवाचारों के लिए किया गया है। उनके प्रयासों ने न केवल स्कूल को एक विशेष आकर्षण केंद्र बना दिया है, बल्कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रसार में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
शिक्षिका कुसुमलता ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयन होने पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए मेरे परिवार से बढ़कर मेरा विद्यालय है। आज के डिजिटल शिक्षा के दौर में चुनौती बहुत बढ़ गई हैं। हमें हर रोज अपडेट होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मुझे हर स्तर पर सहयोग मिला।
महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने भी अपने संदेश में कहा, “कुसुम लता गरिया की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि से उत्तराखंड की शिक्षा प्रणाली को नई दिशा मिलेगी। उनके नवाचारी प्रोजेक्ट्स ने छात्रों की शिक्षा में गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।”
शिक्षा निदेशक बंदना गर्ब्याल ने कहा, “कुसुम लता गरिया ने अपने समर्पण और मेहनत से शिक्षा के क्षेत्र में जो योगदान दिया है, वह पूरे राज्य के लिए प्रेरणास्रोत है। उनका यह सम्मान प्रदेश के सभी शिक्षकों के लिए गर्व की बात है।”