देहरादून। कृषि उत्पादन मण्डी समिति देहरान के सचिव और उप महाप्रबंधक विपणन (गढ़वाल संभाग) विजय थपलियाल ने नवीन मण्डी परिसर देहरादून में काश्तकारों से उनकी उपज की ब्रिकी के एवज मे अनाधिकृत कटौतियां/आढ़त लेने पर संबंधित फर्म/प्रतिष्ठान के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की चेतावनी दी ।
शनिवार को थपलियाल ने मण्डी सभागार भवन में नवीन मण्डी आढ़ती एसोशियसन के पदाधिकारियों और व्यापारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि मण्डी आढ़तियों द्वारा काश्तकारों से आढ़त(अनाधिकृत काटौती) लेने के मामले आए दिन संज्ञान में आ रहे हैं।
आढ़ती एसोशियेशन के सचिव आदेश चैहान ने कहा कि कि वर्षों से काश्तकारों द्वारा कृषि निवेशांे (खाद, बीज, कीटनाशक) के लिए व्यापारियों से अग्रिम धनराशि ली जाती है, जिसे फसल आने पर किसान से सहमति पर ही समायोजित किया जाता है। कुछ कृषकों द्वारा इसे ही आढ़त का नाम दिया जाता है। एसोसिएशन के सदस्य जगदीश माकिन ने कहा कि वर्तमान में आढ़त 3 प्रतिशत काफी कम है जो कि मंडी अधिनियम 1964 से चली आ रही है। महंगाई को देखते हुए इसे बढ़ाकर 8-10 प्रतिशत किया जाना चाहिए।
सचिव विजय थपलियाल ने कहा कि किसी भी दशा में काश्तकारों से अनाधिकृत कटौती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसा करने वाली फर्म का लाइसेंस निलंबित किया जायेगा। उन्होंने सुझाव दिया कि इस बावत सचिव कृषि दीपेन्द्र चैधरी के निर्देशानुसार व्यापारियों/कृषकों/मण्डी कामिकों (सचिव/निरीक्षको) की एक कमेठी गठित की जाएगी जो कि उक्त स्थिति पर बिन्दुवार समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट शासन को प्रेषित करेगी।
बैठक में मण्डी पर्यवेक्षक प्रदीप शर्मा, निरीक्षक अजय डबराल, दिनेश असवाल, दिनेश डोभाल, वरिष्ठ सहायक युद्धवीर रावत, व्यापारी आदेश चैहान, जगदीश माकिन, डिम्पल, दीपक मेहता. राकेश साहनी, सुधीर शर्मा, सचिन, अनिल गुप्ता आदि मौजूद थे।