सचिव शिक्षा रविनाथ रमन और डीजी बंशीधर तिवारी ने की ‘सम्पर्क‘ फाउण्डेशन के कार्यों की समीक्षा

देहरादून। सचिव, विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन की अध्यक्षता में आज ‘सम्पर्क‘ फाउण्डेशन के कार्यों की समीक्षा एवं आगामी प्रस्तावित कार्यों की रूपरेखा पर चर्चा की गई।
राज्य परियोजना कार्यालय में आयोजित बैठक में नीति आयोग के पूर्व सचिव और सम्पर्क फाउण्डेशन के प्रेसिडेंट डॉ. के राजेश्वर रॉव, राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड बंशीधर तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा रामकृष्ण उनियाल तथा निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण बन्दना गर्ब्याल भी उपस्थित रहीं।
अपर राज्य परियोजना निदेशक डॉ0 मुकुल कुमार सती ने सर्वप्रथम वर्ष 2014 से ‘सम्पर्क‘ फाउण्डेशन के कार्यों की आख्या प्रस्तुत करते हुये वर्तमान में किये जा रहे कार्यों के बारे में अवगत कराया गया। ‘सम्पर्क‘ फाउण्डेशन की टीम द्वारा ‘सम्पर्क‘ टीवी शिक्षण प्रशिक्षण सामग्री तथा अंग्रेजी एवं गणित किट का प्रदर्शन करते हुये इनके बारे में विस्तार से बताया गया।
सचिव, विद्यालयी शिक्षा द्वारा सुझाव दिया गया कि ‘सम्पर्क‘ फाउण्डेशन के द्वारा विकसित शिक्षण सामग्री का प्रयोग राज्य के कुछ प्राथमिक विद्यालयों में अनिवार्य रूप से करवाते हुये परिणामों की समीक्षा की जाये। तत्पश्चात परिणाम बेहतर रहने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी लागू करवाया जाये। बैठक में सभी जनपदों से ऑनलाईन जुड़े जिला एवं ब्लॉक स्तरीय शिक्षा अधिकारियों से ‘सम्पर्क‘ फाउण्डेशन के कार्यों की समीक्षा करते हुये सुझाव प्राप्त किये गये।
राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा बंशीधर तिवारी ने सभी जनपदों को निर्देश दिए कि उपलब्ध संसाधनों का अधिक से अधिक सदुपयोग किया जाये तथा कार्यक्रम के प्रभावी अनुश्रवण हेतु कार्ययोजना तैयार करते हुये अन्य विद्यालयों में सम्पर्क‘ शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराये जाने हेतु प्रस्ताव उपलब्ध कराया जाये।
बैठक में संयुक्त निदेशक पीएम पोषण पदमेन्द्र बिष्ट, उप राज्य परियोजना निदेशकएम0एम0 जोशी, स्टॉफ आफिसर बीपी मैन्दोली, राज्य विधि समन्वयक वीसी थपलियाल, सम्पर्क फाउण्डेशन के नेशनल मैनेजर प्रदीप कुमार, स्टेट हेड राजन अधिकारी, राज्य समन्वयक सन्दीप आदि उपस्थित रहे।