CSSR प्रतियोगिता में उत्तराखंड SDRF का शानदार प्रदर्शन
द्वितीय स्थान प्राप्त कर राज्य का नाम किया रोशन

देहरादून। भूकम्प, भूस्खलन और अन्य आपदाओं से ध्वस्त संरचनाओं में खोज एवं बचाव कार्य में दक्षता बढ़ाने हेतु राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की CSSR प्रतियोगिता में एसडीआरएफ उत्तराखंड पुलिस ने द्वितीय स्थान प्राप्त कर उत्तराखंड राज्य एवं पुलिस विभाग का गौरव बढ़ाया है।
यह प्रतियोगिता NDRF द्वारा 17-18 मार्च 2025 को देशभर की एसडीआरएफ इकाइयों के लिए चार जोनों में आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न राज्यों की कुल 30 एसडीआरएफ टीमों ने भाग लिया। सभी टीमों का मूल्यांकन उनकी तकनीकों, फील्ड दक्षता, समयबद्ध रेस्क्यू, बाधाओं को पार करने की क्षमता तथा सामूहिक रणनीतिक संचालन के आधार पर किया गया। प्रत्येक जोन से दो श्रेष्ठ टीमों का चयन कर कुल आठ टीमों को फाइनल राउंड के लिए आमंत्रित किया गया। उत्तरी जोन से उत्तराखंड और हिमाचल की SDRF टीमों का चयन फाइनल हेतु हुआ।
एसडीआरएफ उत्तराखंड की टीम ने पुलिस महानिरीक्षक
एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी के मार्गदर्शन एवं सेनानायक अर्पण यदुवंशी के निर्देशन में प्रतियोगिता की प्रत्येक चुनौती को तकनीकी दक्षता, समन्वय और अद्वितीय टीमवर्क के साथ पूर्ण करते हुए द्वितीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश की टीम ने प्रथम स्थान एवं आंध्र प्रदेश की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
टीम नेतृत्व एवं प्रतिभागी
एसडीआरएफ उत्तराखंड की इस विजयी टीम का नेतृत्व उप सेनानायक शुभांक रतूड़ी द्वारा किया गया। टीम में निरीक्षक प्रमोद रावत, उप निरीक्षक अनूप रमोला, पंकज खारोला,मुख्य आरक्षी दिगपाल लाल, मनोज धोनी, दीपक कुमार, मुकेश टोलिया, जयकृत सिंह, अमित राठौर, जयदीप गैरोला,कांस्टेबल सोहन सिंह, विपिन आर्य, विक्रम चंद, प्रकाश कुमार, नवीन प्रसाद, गब्बर सिंह, शक्ति सिंह, हरीश नाथ गोस्वामी, सुरेंद्र नेगी, अनिल कोठियाल, मुकेश कुमार ने भाग लिया, जिन्होंने अपने समर्पण, अनुशासन व कार्यकुशलता से राज्य का सिर ऊँचा किया।
पुरस्कार एवं सम्मान
इस उपलब्धि हेतु टीम को ₹75,000 की पुरस्कार राशि एवं ट्रॉफी से सम्मानित किया गया, जिसे महानिदेशक, एनडीआरएफ द्वारा समापन समारोह में प्रदान किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य राज्यों की एसडीआरएफ इकाइयों की आपदा प्रबंधन क्षमता को मजबूत करना, आपसी समन्वय को बढ़ावा देना तथा प्रभावी व सुरक्षित रेस्क्यू ऑपरेशनों हेतु आवश्यक तकनीकी व रणनीतिक दक्षताओं का विकास करना रहा।
राज्य के लिए गौरव का क्षण
एसडीआरएफ उत्तराखंड की यह सफलता न केवल विभाग बल्कि पूरे प्रदेशवासियों के लिए गर्व का विषय है। यह उपलब्धि उत्तराखंड को भविष्य में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में और अधिक सशक्त बनाने की प्रेरणा देती ।